दूसरों की बुरी बातों पर ध्यान न दें, अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना चाहिए
जो लोग दूसरों की बुरी बातों पर ध्यान देते हैं, वे अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं। दूसरों की गलत बातों की वजह से हमारा आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है। इस संबंध में एक लोक कथा प्रचलित है। यहां जानिए ये कथा… कथा के अनुसार पुराने समय में एक विद्वान संत अपने शिष्य के साथ एक गांव से दूसरे गांव लगातार यात्रा क…
कालिदास को अपने ज्ञान की वजह से खुद को श्रेष्ठ समझने लगे थे, तब एक महिला ने तोड़ा ये घमंड
महाकवि कालिदास बहुत विद्वान थे, लेकिन एक बार उन्हें भी अपने ज्ञान का घमंड हो गया था। वे स्वयं को सबसे बुद्धिमान, सर्वश्रेष्ठ समझने लगे थे। उस समय एक दिन वे यात्रा पर थे। रास्ते में उन्हें बहुत प्यास लगने लगी। कुछ समय बाद वे किसी गांव में पहुंचे, वहां एक कुआं दिखाई दिया, वहां एक महिला पानी भर रही …
सबसे पहले परेशानियों की वजह को खोजना चाहिए, तभी जल्दी दूर हो सकती हैं बाधाएं
गौतम बुद्ध के जीवन की कई ऐसी प्रेरक कथाएं प्रचलित हैं, जिनमें श्रेष्ठ जीवन के सूत्र छिपे हैं। जो लोग इन सूत्रों को समझ लेते हैं, वे सभी बाधाओं से मुक्त हो सकते हैं। यहां जानिए बुद्ध से जुड़ी एक ऐसी कथा, जिसमें उन्होंने रस्सी का उदाहरण देकर समस्याओं से निपटने का तरीका बताया था। कथा के अनुसार बुद्ध र…
जब तक इच्छाएं शांत नहीं होंगी, हमारा मन अशांत ही रहेगा, इसीलिए हर हाल में संतुष्ट रहें
आज के दौर में अधिकतर लोग मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं। मन अशांत होने की मुख्य वजह हैं हमारी इच्छाएं। जब तक हमारी इच्छाएं रहेंगी, मन शांत नहीं हो सकता। इस संबंध में एक लोक कथा प्रचलित है। कथा के अनुसार पुराने समय एक राजा रोज सुबह दान करता था। इस वजह से राजा की प्रसिद्धि अन्य राज्यों में भी फैली ह…
जो लोग अपने जीवन से संतुष्ट नहीं रहते हैं, वे कभी भी शांत नहीं रह सकते
जिन लोगों को अपने जीवन से शिकायतें हैं, जो लोग अपने जीवन से संतुष्ट नहीं है, उनका मन कभी भी शांत नहीं हो सकता है। ऐसे लोग हमेशा अशांत रहते हैं और मानसिक तनाव का सामना करते हैं। इस संबंध में एक लोक कथा भी प्रचलित है। कथा के अनुसार एक गरीब व्यक्ति भगवान की भक्ति करते रहता था, लेकिन वह अपने जीवन से सं…
ऐसा ज्ञान किसी का काम नहीं, जिसकी वजह से दूसरों को हानि होती है
एक प्रचलित कथा के अनुसार पुराने समय में एक व्यापारी को अपना व्यापार बढ़ाने के लिए साझेदार की जरूरत थी। ये बात उसने अपने साथी व्यापारियों को भी बताई। कुछ दिनों के बाद उसके पास एक व्यक्ति आया और बोला कि वह साझेदार बनना चाहता है। व्यापारी को साझेदार चाहिए था तो उसने उसे भी अपने व्यापार में शामिल कर …